यह ऊना जिले में नारी गांव के पास स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो ऊना से 10 किमी. की दूरी पर बना हुआ है। यह मंदिर हिंदू धर्म के भ्रगवान शिव के रूद्रानंद को समर्पित है। इस मंदिर को 1850 में संतो द्वारा नहीं बल्कि स्वंय निर्मित मंदिर है।
यहां की पवित्र राख को अखंड डोना कहा जाता है। माना जाता है कि सांप के काटने पर इस राख को मलने पर सारा विष निकल जाता है।
1970 में वर्तमान मंहत सुग्रीवनंद ने बाबा रूद्र बाल गोपाल मंदिर की स्थापना यहां की थी। कई त्यौहारों के अवसर पर यहां उत्सव का आयोजन किया जाता है। पर्यटक पर्व के दौरान यहां आएं और दर्शन करें।
Festivals and fairs like Panch Bhisham Mela, Nirjala Ekadashi Fair, Baba Rudru’s Jayanti, and Guru Poornima are celebrated with gaiety and enthusiasm here. Besides, a big fair, known as Kushokpatini Amavasya is celebrated every year on the Hindu festival of Sankranti.